नेता बनकर देश में चाहो यदि सम्मान,
सोने चाँदी से भली कोयले की दूकान,
कोयले की दूकान बनो पहले व्यापारी
मुह पर कालिख लगे बनेगी बात तुम्हारी,
कहे "चोंच" जब कालिख के अभ्यस्त हो जाओ
तब तुम नेतागिरी के मैदान में आओ
सोने चाँदी से भली कोयले की दूकान,
कोयले की दूकान बनो पहले व्यापारी
मुह पर कालिख लगे बनेगी बात तुम्हारी,
इस दूकान में लगे न कोई खर्चा भारी
और न इसमें कोई भी अड़चन सरकारीकहे "चोंच" जब कालिख के अभ्यस्त हो जाओ
तब तुम नेतागिरी के मैदान में आओ
-चोंच
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