अन्ना कौन
कहाँ से आया
कहाँ से आया
जिसने ये उत्पात मचाया
बड़े मजे से
हम रोगों को
ढांप रहे थे
गाल बजाते सभी विरोधी
कांप रहे थे
हम राजा है
हमसे कौन ले सका पंगा
नंगा कहने वाले को
कर देते नंगा
मंत्री संतरी वजीर सभी
घर भरते पानी
आँखे मिलाई जिसने
उसकी मारी नानी
भगवा पहने आया था
एक देश बचने
हमें हमारे घर में आया
नांच नाचने
उसको हमने
उसके ही घर में फ़िक्वाया
चकरघिन्नी सा कैसा हमने
नाच नचाया
अब आया है
धमकी देने फिर
टोपी धारी
समझाया था
अकल गयी थी
उसकी मारी
अब कैसे दूसरी आज़ादी
बात करेगा
अब तो अपनी आज़ादी के लिए तरसेगा
बड़ा चला था गांधी बनने
देश बचाने
सगे सगे मौसेरे भाईयों से टकराने
निकल जायगी और हेकड़ी
जेल के अन्दर
नहीं पता था क्या ?
यहाँ के हम सिकंदर ...
नैतिकता का
सदाचार का
पाठ पढ़ाने
जो आएगा
वो ऐसे ही
अपनी दुर्गति करवाएगा .
नैतिकता का
ReplyDeleteसदाचार का
पाठ पढ़ाने
जो आएगा
वो ऐसे ही
अपनी दुर्गति करवाएगा .
बहुत खूब
सगे सगे मौसेरे भाईयों से टकराने
ReplyDeleteनिकल जायगी और हेकड़ी
जेल के अन्दर
नहीं पता था क्या ?
यहाँ के हम सिकंदर ...
नैतिकता का
सदाचार का
पाठ पढ़ाने
जो आएगा
वो ऐसे ही
अपनी दुर्गति करवाएगा .
vahhhhhhhh kushvanshji.......nice.
बहुत खूब ..........
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