बन गया लोकपाल
आओ झूमे गाये,
हल हुए सवाल
आओ झूमे गाये,
कल तक जो सीना तान कर
चलते थे रिश्वतखोर,
छुप गये माई के लाल
आओ झूमे गाये,
बिखरे पड़े है नोट
दरवाजे पर काले धन के,
विदेश भाग गाये दलाल
आओ झूमे गाये,
पूरे देश की सड़के
बन गयी चकाचक,
कमीशनबाज़ हुए बेहाल
आओ झूमे गाये,
भर गयी जेलें
विधायकों , सांसदों से
जय हो लोकपाल
आओ झूमे गाये.
-कुश्वंश
सुंदर गीत ....समय मिले कभी तो आयेगा मेरी पोस्ट पर आपका स्वागत है ....http://mhare-anubhav.blogspot.com/
ReplyDeletebeautiful poem
ReplyDeletejai ho lokpal