आओ हँस लें

आओ हँस लें

Friday

अब दिल्ली जाना है




लूट चुके प्रदेश बहुत
अब दिल्ली जाना है
कैसे होते है घोटाले
पता लगाना है
आवंटन पर मुह ताकना
अनुदान की सड़क नापना
सब बिसराना है
लूट चुके प्रदेश बहुत
अब दिल्ली जाना है
खुदी पड़े प्रत्येक सडक
बिजली से जनता रही भड़क
गुंडों को , मुस्टंडों को
दिल्ली पहुचाना है
लूट चुके प्रदेश बहुत
अब दिल्ली जाना है
कार्यक्रम न कोई अपना
बस ऊंची  कुर्सी का सपना
राजनीति मे ताऊ बन
परिवार बढ़ाना है
लूट चुके प्रदेश बहुत
अब दिल्ली जाना है
जब होगी ये  अपनी दिल्ली
तब अपनी ही होगी बिल्ली
विरोधी चूहों को वापस
बिल मे पहुचाना है
लूट चुके प्रदेश बहुत
अब दिल्ली जाना है
मे हू विस्व क्षितिज का नेता
राजनीति का धुर प्रणेता
दिल्ली से फिर प्लेन पकड़ कर
यूके जाना है
लूट चुके प्रदेश बहुत
अब दिल्ली जाना है

1 comment:

  1. अब दिल्ली की बारी हैं
    ..हालातों की सार्थक बानगी ..

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